पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का more info नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया
Comments on “A Secret Weapon For Shiv chaisa”